लोगो की जानें की खबरे सुन कर
दिल करता है खुद भी चल पढ़े।
चलते फिरते यू ही
मँजिल को चल निकले।
यहाँ तो चंद दिन का मेला हे
जी ले ख़ुशी से
यह भी तो इक झमेला है।
बहुत मन करता है
यह जानने को
कि जाने वालो का कहाँ बसेरा है
आखिर यह एक पहेली है
जिसको मन ने खेला है
आँखो से आज भी ओझल है
आने जाने का वेला है।
दिल करता है खुद भी चल पढ़े।
चलते फिरते यू ही
मँजिल को चल निकले।
यहाँ तो चंद दिन का मेला हे
जी ले ख़ुशी से
यह भी तो इक झमेला है।
बहुत मन करता है
यह जानने को
कि जाने वालो का कहाँ बसेरा है
आखिर यह एक पहेली है
जिसको मन ने खेला है
आँखो से आज भी ओझल है
आने जाने का वेला है।