मुशकिल हे
बोलते लोगो के बीच
चुप रहना मुश्किल हे।
चहचहाते मोहोहोल में
कुछ न करना जरा मुश्किल है।
जब सब कहते है
अपनी -अपनी कहानी
तो दिल करता है
कहने को बीती जिंदगानी।
क्यू न बोलने की दोढ़ में
कुछ हम भी आगे बड़े
दिल में कुछ ना रख कर
जो मन में आएः सब से कहें।
डॉक्टर किरण बाला
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