बुधवार, 26 अगस्त 2009

गुजरात में हिंदू मुस्लिम दंगो के बाद 17

'गुजरात में हिंदू मुस्लिम दंगो के बाद'

शांत नगर में थी खुशहाली,
चारो तरफ़ उजाला था।

मिल -जुल कर हर कोम वहाँ थी,
प्यार मेल का संगम था।
हिंदू मुस्लिम सिख इसाई
आपस में थे भाई -भाई
लेकिन इक चिंगारी ने जब
भीषण आग लगाई।
पता चला न तभी किसी को,
किसने चाल चलायी।

वेर भावः की चली लडाई,
ghrena

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