'बसंती फूल'
निर्जीव वस्तुओ के बीच,
लगे हे, कुछ फूलो के पोधे .
वो बड़ते हे धीरे धीरे।
एक दिन उनकी कोमल तह्नेयो में
लाद जाते हे बसंती फूल .
तब सब और महक
फूलो की
फेलती हे इस तरेह
जैसे जीवन में आती हे
खुशियो की बहार ।
डॉ किरण बाला
शुक्रवार, 28 अगस्त 2009
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