मंगलवार, 29 सितंबर 2009

दुःख से होता दुःख

रोने से झड़ते आंसू

हंसने से गिरते फूल

इक तरफ़ खुशी हे

दूसरी और गम की धूल।

खुशी और गम

दोनों ही कम

हमें करना न इस से कुछ

खुशी अगर मिले न

दुःख से होता दुःख।

डॉ किरण बाला

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