रोने से झड़ते आंसू
हंसने से गिरते फूल
इक तरफ़ खुशी हे
दूसरी और गम की धूल।
खुशी और गम
दोनों ही कम
हमें करना न इस से कुछ
खुशी अगर मिले न
दुःख से होता दुःख।
डॉ किरण बाला
I have written poems from published hindi poetry book titled 'dil ke batein'. I am a pediatrician and a published writer and poet.Presenting my views to others is my hobby.
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