'दिल की आवाज'
कुछ बातें ऐसी होती,
जिनका मिलता नही जवाब।
बहुत सोच कर और समझ कर
अपने को पाते लाचार।
तभी कही से आ जाती
दिल के रस्ते वो आवाज।
जो कर देती
धीरे से
बिगडा हुआ हमारा काम।
डॉ किरण बाला
शुक्रवार, 18 सितंबर 2009
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