मंगलवार, 8 सितंबर 2009

यही व्यथा हे! यही व्यथा हे!

यही व्यथा हे! यही व्यथा हे!

सबसे बड़ी बात दुनिया में
व्यस्त रहो तो मौज करो।

खाली वक्त बिताने को
दुआ करो तुम न तरसो।

शून्य शहद की बूँद सा लगता
कुछ करने को मन हे करता
लेकिन सब कुछ
दूर पड़ा हे।
यही व्यथा हे, yahi vyatha he।

dr Kiran bala

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें