मतलब हे ख़ुद से
ख़ुद का
ख़ुद से रहेगा।
जिन्दगी बीत जाने पर
कुछ न बचेगा।
यह चंद दिन का आशिआना हे
यहाँ आकर
सभी को जाना हे।
करो अच्छा
या फिर बुरा
दोनों का
अपना ही अफसाना हे।
डॉ किरण बाला
रविवार, 20 सितंबर 2009
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